इस पुस्तक में स्पष्टतया कहा गया है कि अगर आप अपने भीतरी जगत की खोज करना चाहते हैं तो हमे अपने आपको शरीर मन और बुद्धि की तहों से अलग करना होगा अमूर्त बनाना होगा और यह मानना होगा कि हम सभी में एक ही आत्मा का न है। यह पुस्तक ऐसे ही अनेक प्रश्नो और समस्याओं का युक्तायुक्त विवेचन है|
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.