इसकी मूल कथा वृंदावन पर केंद्रित है। नायक के चरित्र को संपूर्ण बनाने के लिए कुसुम का योग महत्वपूर्ण है। इसमें मानवीय व्यथा का चित्रण है पर दारूण दुख के चिपटे रहने का नहीं उससे उबरकर दृढ़ता के साथ परदुख को बांट लेने का मर्मस्पर्शी संदेश है।.
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.